Agricultural Engineering क्या है?
एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग, इंजीनियरिंग की कृषि से जुड़ी ब्रांच है जिसमे फार्म इक्विपमेंट और मशीनरी के कंस्ट्रक्शन, डिज़ाइन, टेस्टिंग और इम्प्रूवमेंट से जुड़े कार्य किये जाते हैं।
एग्रीकल्चरल इंजीनियर कृषि से संबंधित उपकरण, मशीनरी और उनके पार्ट्स को डिज़ाइन और टेस्टिंग से संबंधित कार्य करते हैं। इसके अलावा ये फ़ूड प्रोसेसिंग प्लांट्स और फ़ूड स्टोरेज स्ट्रक्चर्स को डिज़ाइन करने का काम करते हैं। Agricultural Engineerलाइवस्टॉक (पशुधन) के लिए हाउसिंग और एनवायरनमेंट्स भी डिज़ाइन करते हैं। इसके साथ ही वे फार्म्स में लैंड रिक्लेमेशन प्रोजेक्ट्स की योजना भी तैयार करते हैं। Agricultural Engineer वेस्ट से एनर्जी प्रोजेक्ट्स और कार्बन सिक्वेस्ट्रेशन से जुड़े कार्य देखते हैं।
Agricultural Engineering के लिए योग्यता -
12वीं मैथ या फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी से पास होना चाहिए। इसके बाद Agricultural Engineering Course में दाखिला लिया जा सकता है। इस कोर्स में Admission एंट्रेंस एग्जाम के आधार पर मिलता है।
Agricultural Engineering Course -
- Diploma in Agricultural Engineering
- BE in Agricultural Engineering
- BTech in Agricultural Engineering
- MTech in Agricultural Engineering
Career Option in Agricultural Engineering -
- एग्रीकल्चर इंजीनियर
- माइक्रोबायोलॉजिस्ट
- प्लांट फिजियोलॉजिस्ट
- एग्रीकल्चरल इंस्पेक्टर
- सर्वे रिसर्च एग्रीकल्चरल इंजीनियर
- फ़ूड सुपरवाइजर
- एग्रीकल्चरल क्रॉप इंजीनियर
- एनवायर्नमेंटल कंट्रोल्स इंजीनियर
- एग्रोनोमिस्ट
- एग्रीकल्चरल इंस्पेक्टर
- रिसर्चर
- फार्म शॉप मैनेजर
- एग्रीकल्चरल स्पेशलिस्ट
- सोयल साइंटिस्ट
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