कंस्ट्रक्शन से संबंधित कार्य- योजना बनाई जाती है, तो सबसे पहले उसकी प्लानिंग, डिजाइनिंग, संरचनात्मक कार्यों से लेकर रिसर्च एंड सलूशन आदि महत्वपूर्ण कार्य किये जाते हैं वे civil engineering की श्रेणी में आते है और जो व्यक्ति इन कार्यों को करते हैं, इनको सिविल engineer कहते है। जिसमे प्रोफेशनल सिविल इंजीनियर को किसी भी प्रोजेक्ट पर काम करना पड़ता है। सभी की अलग-अलग जिम्मेदारी होती है। किसी भी प्रोजेक्ट की लागत, वर्कर, क्लाइंट्स और कांट्रेक्टरों से संपर्क रखना, कार्य की सूची आदि कार्य सिविल इंजीनियरिंग के अंतर्गत आते हैं।
Career Option in Civil Engineering -
- सिविल इंजीनियर
- असिस्टेंट इंजीनियर
- कंस्ट्रक्शन प्लांट इंजीनियर
- प्लानिंग इंजीनियर
- टेक्निशियन
- एग्जीक्यूटिव इंजीनियर
- साइट/प्रोजेक्ट इंजीनियर
- सुपरवाइजर
Qualification for Civil Engineering course -
सिविल इंजीनियर बनने के लिए आपको civil engineering में बीटेक, बीई, डिप्लोमा कोर्स करना होगा। बीटेक कोर्स के लिए आप 12वीं पीसीएम सब्जेक्ट से पास हों। इसके साथ ही 10वीं या 12वीं के बाद पॉलीटेक्निक डिप्लोमा इन सिविल इंजीनियरिंग भी कर सकते हैं। एमटेक के लिए बीटेक होना जरूरी है। बीटेक कोर्स 4 बर्ष और डिप्लोमा कोर्स 3 बर्ष का होता है।
अगर आप गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते हैं, तो आप पॉलीटेक्निक के माध्यम से डिप्लोमा में प्रवेश ले सकते हैं। इसके बाद जेईई के माध्यम से बीटेक या बीई में प्रवेश मिलता है। कुछ प्राइवेट कॉलेज में प्रवेश परीक्षा के आधार पर ही एडमिशन मिलता है, वंही ज्यादातर प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन डायरेक्ट हो जाता है।
Civil Engineering Course -
- बीटेक इन सिविल इंजीनियरिंग
- बीई इन सिविल इंजीनियरिंग
- एमटेक इन सिविल इंजीनियरिंग
- डिप्लोमा इन सिविल इंजीनियरिंग
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