Criminology

Criminology 

यह क्षेत्र सामाजिक और व्यक्तिगत तौर पर अपराधी का व्यवहार, कारण, प्रकृति, कंट्रोल एंड मैनेजमेंट, रोकथाम और नतीजे के अध्ययन से रिलेटेड है। यह फील्ड सोशल साइंस और बिहेवियरल से संबंधित है। जिसके अंतर्गत अगर आपको साइकोलॉजिस्ट्स, फिलॉसफर्स, बायोलॉजिस्ट्स, साइकेट्रिस्ट्स, सोशियोलॉजिस्ट्स का ज्ञान होने से काफी फायदा मिलता है।

किसी भी अपराध या क्राइम के पीछे कारण और उससे संबंधित लोगो का डाटा और सबूत इकठ्ठा करना, उनको एनालाइज करना तथा उनको डिकोड करना इनकी अहम जिम्मेदारी होती है। जिससे हमें एक पैटर्न बेस्ड प्रिडिक्टटिव मॉडल मिल जाता है और इसके माध्यम से भविष्य में इस तरह के अपराध की रोकथाम करने में भी मदद मिलती है।

इस क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए कैंडिडेट बीए, बीएससी, एमए एंड एमएससी, तथा डिप्लोमा कोर्स क्रिमिनोलॉजी में हासिल कर सकते हैं। एमए एंड एमएससी इन क्रिमिनोलॉजी कोर्स को ग्रेजुएशन के बाद किसी भी स्ट्रीम के स्टूडेंट्स कर सकते हैं। वंही बैचलर और डिप्लोमा कोर्स के लिए आवश्यक योग्यता किसी भी स्ट्रीम से 12वीं पास है। बैचलर डिग्री की अवधि 3 साल, मास्टर डिग्री की अवधि 2 साल तथा डिप्लोमा कोर्स 2 बर्ष के होते हैं।

Course For Career in Criminology

  • बीए इन क्रिमिनोलॉजी
  • बीएससी इन क्रिमिनोलॉजी
  • बीएससी इन फोरेंसिक साइंस
  • डिप्लोमा इन साइबर क्राइम
  • डिप्लोमा इन क्रिमिनल ला
  • डिप्लोमा इन फोरेंसिक साइंस
  • एमए इन फोरेंसिक साइंस
  • एमएससी इन फॉरेंसिक साइंस
  • एमए इन क्रिमिनोलॉजी
  • एमएससी इन क्रिमिनोलॉजी
  • पीजी डिप्लोमा इन फॉरेंसिक साइंस एंड क्रिमिनोलॉजी
  • मास्टर ऑफ लेजिस्लेटिव लॉ
  • एमए इन क्रिमिनोलॉजी एंड जस्टिस
  • एमए – एंटी टेरोरिज्म लॉ
  • पीएचडी इन फोरेंसिक साइंस एंड क्रिमिनोलॉजी

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