Data Scientist - डेटा साइंटिस्ट

 

इंटरनेट की इस दुनिया मे डेटा साइंटिस्ट प्रोफेशन काफी तेजी से बढ़ने और उभरने बन चुका है। इसका कारण डेटा की खपत या मांग है। Data Science का फील्ड इंटरनेट पर आधारित सेक्टर है। इसलिए जिस तरह से इंटरनेट यूजर बढ़ रहे हैं, ठीक इसी तरह इंटरनेट टेक्नोलॉजी के फील्ड में डेटा साइंटिस्ट की मांग बढ़ रही है। इंटरनेट की ग्रोथ का ही ये नतीजा है कि आज हर बड़ी कंपनी को Data Scientist की जरूरत पड़ गई है।


इंटरनेट की वजह से दुनिया डिजिटल और हाई टेक हो चुकी है। इसलिए इस हाई टेक दुनिया मे अनलिमिटेड डेटा प्रोड्यूस होता है और खपत होता है। इस डेटा को इकट्ठा करना और फिर इस डेटा में से काम का डेटा निकलना और फिर इस डेटा को कंपनी अपने फायदे में कैसे यूज करेंगी। इसके बारे में जानकरी एकत्रित करना और इस डेटा को मैनेज करना ये काम डेटा साइंटिस्ट का होता है।

इंटरनेट पर बिजनेस बढ़ाने और मार्केटिंग के उद्देश्य के लिए विभिन्न कंपनियां ऐसे एक्सपर्ट को हायर करती हैं, जोकि इंटरनेट वर्ल्ड में सर्च किये जाने वाले डेटा को एकत्र कर एनालिसिस कर सकें। इसके बाद इस एनालिसिस के आधर बिजनेस की ग्रोथ के लिए एक्शन लिया जाता है, यानी कि वो डेटा अप्लाई किया जाता है। इसी को डेटा साइंस कहते हैं। जो प्रोफेशनल ये काम करते हैं उनको डेटा एनालिस्ट कहा जाता है।


डेटा साइंस के फील्ड में कैरियर बनाने के लिए उम्मीदवार के पास कंप्यूटर साइंस, आईटी, मैथमेटिक्स, स्टैटिक्स, बिजनेस स्टडीज, फिजिक्स सब्जेक्ट में बैचलर डिग्री होनी चाहिए। इसके बाद आप Data Science में डिग्री या डिप्लोमा कोर्स कर इस फील्ड में कैरियर बना सकते हैं। इस सेक्टर में कैरियर बनाने के लिए ज्यादातर लोग बीएसए, एमसीए, बीटेक आईटी, बीटेक कंप्यूटर साइंस, बीएससी आईटी, बीएससी कंप्यूटर साइंस जैसे बैचलर डिग्री कोर्स करते हैं।


इसका कारण ये है कि इन कोर्स में प्रोग्रामिंग लैंगवेज की इनको जानकारी मिल जाती है, जोकि Data Science के फील्ड में कैरियर बनाने में आपकी मदद करती है। ऐसा नही है कि आपने आईटी या कंप्यूटर साइंस में बीटेक, बीई या बीएससी कर लिया है तो आप बन गए data Scientist तो ऐसा आप बिलकुल ही न सोचें। इसके बाद आपको डेटा साइंस में डिग्री या डिप्लोमा कोर्स करने की जरूरत होगी। जिसके बाद आप डेटा साइंस प्रोफेशनल के तौर पर कैरियर बना सकते हैं।


इन कोर्स की अवधि की बात करें तो सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स की ड्यूरेशन 3 से 6 महीने होती है। इसके साथ ही कुछ संस्थानो में 1 बर्ष का भी ये सर्टिफिकेट कोर्स होते हैं। इसके अलावा पीजी डिप्लोमा की ड्यूरेशन 1 से 2 साल होती है और बैचलर डिग्री 4 साल तथा मास्टर डिग्री 2 साल की होती है।




डेटा साइंस के कोर्स -

  • एमबीए इन डाटा साइंसेज एंड डाटा एनालिटिक्स

  • पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन बिजनेस एनालिटिक्स

  • पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन डेटा साइंस

  • पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन डाटा साइंस एंड इंजीनियरिंग

  • पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन बिजनेस एनालिस्ट

  • एमएससी इन बिजनेस एंड डाटा एनालिटिक्स

  • ग्रेजुएट सर्टिफिकेट इन बिग डाटा एंड विज्युअल एनालिटिक्स

  • पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन डाटा साइंस, बिजनेस एनालिटिक्स एंड बिग डाटा



Skills for Data Scientis Career


डेटा साइंटिस्ट बनने के लिये आपको स्टैटिक और मैथमेटिक्स की समझ होनी चाहिए, साथ ही आपको प्रोग्रामिंग लौंगवेज, डेटा विजुलाइजेशन, मशीन लर्निंग की भी जानकारी खासकर पाइथन प्रोग्रामिंग लौंगवेज की। इसके साथ ही डेटा एनालिसिस, डेटा मैनेजमेंट, डेटा माइनिंग के साथ ही इंग्लिश पर भी अच्छी पकड़ होनी चाहिए।


Data Science Course करने के बाद इन पदों पर job कर सकते हैं


  • डेटा साइंटिस्ट
  • डेटा एनालिस्ट
  • बिजनेस एनालिस्ट
  • डेटा एनालिस्ट मैनेजर
  • डेटा आर्किटेक्ट
  • डेटा एडमिनिस्ट्रेटर
  • बिजनेस इंटेलिजेंस मैनेजर

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