Machenical Engineering

 

Machenical Engineering -

मैकेनिकल इंजीनियरिं विभिन्न प्रकार की मशीन्स और टूल्स की डिजाइनिंग, प्रोडक्शन और ऑपरेशन के लिए हीट और मैकेनिकल पॉवर के उत्पादन और इस्तेमाल से संबंधित है। इस फील्ड में करियर की रुचि रखने वाले छात्रों के लिये यह बहुत जरुरी है कि उन्हें कोर कन्सेप्ट्स जैसे, मैकेनिक्स, कीनेमेटीक्स, मेटीरियल साइंस, थर्मोडायनामिक्स,स्ट्रक्चरल एनालिसिस आदि की अच्छी समझ हो। इन कोर्सेज में मुख्यतः टेक्निकल एरियाज जैसेकि जनरेटर्स के माध्यम से इलेक्ट्रिसिटी का डिस्ट्रीब्यूशन, ट्रांसफार्मर्स, डिजाइनिंग, इलेक्ट्रिक मोटर्स, ऑटोमोबाइल्स, एयरक्राफ्ट और अन्य हैवी व्हीकल्स आते हैं। मैकेनिकल इंजीनियर इन व्हीकल्स को डिज़ाइन और डेवेलोप करते हैं। 

 Mechanical engineer kaise bane

Mechanical Engineer बनने के लिए स्टूडेंट पीसीएम सब्जेक्ट से 12वीं पास होना चाहिए। इस प्रकार 12वीं के बाद साइंस मैथ स्ट्रीम का स्टूडेन्ट मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक या डिप्लोमा कोर्स कर मैकेनिकल इंजीनियर बन सकते है। Mechanical Engineering Course में एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम की प्रक्रिया से गुजरना होता है। 

अगर आप Mechanical Engineering में बीटेक नही करना चाहते हैं, तो आप 10वीं के बाद Diploma in Mechanical Engineering भी कर सकते हैं। मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कोर्स आप गवर्नमेंट पॉलीटेक्निक कॉलेज से भी कर सकते हैं। वंही आजकल अनेक प्राइवेट Engineering College में डिप्लोमा कोर्स कराया जाता है। डिप्लोमा कोर्स की अवधि 3 बर्ष होती है। वंही बीटेक कोर्स की अवधि 4 साल होती है। डिप्लोमा कोर्स उन स्टूडेन्ट के लिए सही है, जो किसी कारणवश बीटेक नही कर सकते हैं। 

Career Scope in Mechanical Engineering

  • एयरोस्पेस इंजीनियर
  • नियंत्रण और इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियर मोटर वाहन इंजीनियर
  • सिविल इंजीनियर को अनुबंध करना
  • मेंटेनेंस इंजीनियर
  • मैकेनिकल इंजीनियरिंग टेकनीशियन्स परमाणु इंजीनियर
  • यांत्रिक इंजीनियर
  • आर्किटेक्चरल और इंजीनियरिंग  पेट्रोलियम इंजीनियर
  • सेल्स इंजीनियर्स न्यूक्लियर इंजीनियर
  • ड्राफ्टर्स मैटेरियल इंजीनियर





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