मिलिट्री साइंस (सैन्य विज्ञान) के अंतर्गत युद्ध तथा सशस्त्र संघर्ष से रिलेटेड मनोविज्ञान एव कार्यविधि, तकनीकों आदि के बारे में पढ़ाया जाता है। भारत के अलावा तमाम देशों में मिलिट्री साइंस की पढ़ाई विविध नामों से होती है। वंही भारत मे इसकी पढ़ाई मिलिट्री साइंस और स्ट्रेटेजिक स्टडीज के नाम से होती है।
इस कोर्स में स्ट्रेटजिक और घरेलू मामलों, खासकर देश की आंतरिक सुरक्षा और बाहरी रक्षा मामलों के साथ-साथ इतिहास और भौगोलिक मामलों की जानकारी भी दी जाती है। दुनिया भर की अनेक समस्याओं के अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा, अंतरराष्ट्रीय कानून, रक्षा, इकोनॉमिक्स, क्षेत्र क्षेत्र अध्ययन, सैन्य मनोवैज्ञान, सैन्य समाजशास्त्र, युद्ध के नियम और सिद्धांत, आधुनिक रणनीतिक विचार , सैन्य विचारक, विज्ञान और तकनीक, अंतर्राष्ट्रीय संबंध आदि के बारे में पढ़ाया जाता है।
डिफेंस स्टडीज यानी कि मिलिट्री साइंस में बैचलर डिग्री के लिए कैंडिडेट को किसी भी स्ट्रीम से 12वीं कम से कम 50% अंको से पास होना चाहिए। BA in Military Science या बीएससी इन मिलिट्री साइंस के बाद एमए इन मिलिट्री साइंस, एमए इन डिफेंस एंड स्ट्रेटेजिक स्टडीज, एमएससी इन मिलिट्री साइंस, मास्टर ऑफ फिलॉसफी इन डिफेंस एंड स्ट्रेटेजिक स्टडीज जैसे कोर्स कर सकते हैं।
Course for Career in Military Science -
- बीएससी मिलिट्री साइंस
- बीए मिलिट्री साइंस
- एमए मिलिट्री साइंस
- एमएससी मिलिट्री साइंस
- पीएचडी मिलिट्री साइंस
Opportunity in Military Science -
- राष्ट्रीय सुरक्षा योजना एवं क्रियान्वयन
- रक्षा अनुसंधान और विश्लेषण
- सशस्त्र सेना
- सिविल डिफेंस
- विदेश नीति बनाने
- रक्षा पत्रकारिता
- राष्ट्रीय सुरक्षा संगठन
- अकादमिक रिसर्च
- राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार
- राजनयिक
- नीति बनाने सोचने वाले टैंकों में शामिल होना
- यूजीसी और सरकार के लिए पुस्तक लेखन व प्रकाशन कार्य
- कॉलेज और यूनिवर्सिटी में टीचिंग कार्य
- सुरक्षा प्रदाता एजेंसियां
- नेवी
- आर्मी
- सीआरपीएफ
- एयरफोर्स
- सीआईएसएफ
- बीएसएफ
- डीआरडीओ
- कास्टगार्ड
- रेलवे
- एसएससी
- इडसा
- सीआईएसएफ
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