Physiotherapy - फिजियोथेरपी

फिजियोथेरेपी मेडिकल साइंस की मोस्ट पोपुलर ब्रांच है। फिजियो से तात्पर्य शरीर के बाहरी भाग का इलाज करना। इसके अंतर्गत एक्सरसाइज, व्यायाम, मसाज, एलेक्टरोथेरेपी, टेक्निक का इस्तेमाल करके रोगों का इलज किया जाता है। इसके अंतर्गत दवाओ का इस्तेमाल नही होता है। फिजियोथेरेपी के द्धारा लाइलाज विमारियों का भी किया जा सकता है। यह रोगी को शारीरिक और मानसिक रुप से मजबूत बनाती है। 

Physiotherapy Course in India

फिजियोथेरेपी में डिग्री और डिप्लोमा के साथ हीं आप मास्टर डिग्री से लेकर पीएचडी तक कर सकते हैं। 


डीपीटी का पूरा नाम डिप्लोमा इन फिजियोथेरेपी है। इसके लिए आवश्यक योग्यता पीसीएम या पीसीबी से 12 वीं पास होना आवश्यक है। यह डिप्लोमा कोर्स होता है। इसकी अवधि 2 बर्ष होती है। 


बीपीटी का पूरा नाम बैचलर इन फिजियोथेरेपी है। यह चार बर्षीय डिग्री कोर्स होता है। इस कोर्स की अवधि 4 बर्ष होती है। इसके बाद 6 माह की इंटर्नशिप भी पूरी करनी होती है। इसके लिए आवश्यक योग्यता पीसीएम या पीसीबी से 12 वीं पास होना आवश्यक है।


एमपीटी कोर्स को मास्टर इन फिजियोथेरेपी भी कहते हैं। यह दो वर्षीय कोर्स होता है। इसके लिए आवश्यक योग्यता BPT है। इसके बाद आप पीएचडी करके टीचिंग के फील्ड में भी जा सकते हैं।

मास्टर ऑफ फिजियोथेरपी, दो साल के इस कोर्स में आप समकक्ष विषय से विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं। इसमें न्यूरोलॉजिकल फिजियोथेरपी, पिडियाट्रिक फिजियोथेरपी, स्पोर्ट्स फिजियोथेरपी, ऑथ्रोपेडिक फिजियोथेरपी, ऑब्सेक्ट्रिक्स फिजियोथेरपी, पोस्ट ऑप्रेटिव फिजियोथेरपी, कार्डियोवास्कुलर फिजियोथेरपी आदि में स्पेशलाइजेशन भी कर सकते हैं। जोकि आपके फिजियोथेरेपी कैरियर के लिए बहुत फायदेमंद होगा।

How Get Admission in Physiotherapy course


फिजियोथेरेपी कोर्स के लिए आप गवर्नमेंट और प्राइवेट दोनो तरह के कॉलेज से कर सकते हैं। गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिसन के लिए आपको सेंट्रल या स्टेट लेवल के एग्जाम देने होंगे। अगर आप इन एग्जाम को पास कर लेते हैं, फिर मेरिट के आधार पर आपको एडमिशन मिल जाता है। वंही प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन डायरेक्ट और एंट्रेंस एग्जाम के आधार पर भी होता है।


फिजियोथेरेपी में कैरियर के ऑप्शन - 

  • गवर्नमेंट हॉस्पिटल
  • इंडियन आर्मी
  • स्पोर्ट्स
  • रिहैबिलिटेशन सेंटरजिम सेंटर
  • स्कूल व चिल्ड्रन सेंटर
  • नर्सिंग होम
  • हॉस्पिटल्स
  • चैरिटी संस्थान





Post a Comment

0 Comments