क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीओ) एक भारतीय सरकार का संगठन है | एक आरटीओ अधिकारी ही होता है, जो ड्राइवरों के डेटाबेस को बनाए रखने और भारत के विभिन्न राज्यों के लिए वाहनों के डेटाबेस को बनाए रखने का काम करते है | जैसे- सड़क पर नजर आने वाली सही गाड़ियों के लिए पंजीकरण भारत सरकार के एक विभाग द्वारा की जाती है | वहीं, यदि आपको आरटीओ ऑफिसर बनना है, तो इस पद पर चयन करने के लिए आपको सबसे पहले एआरटीओं (ARTO) या आईएमवी (IMV) के पद पर चयन प्रक्रिया से गुजरना होता है, फिर इसके कुछ वर्षों के बाद आपको प्रोन्नति द्वारा आरटीओ के पद पर नियुक्ति कर लिया जाएगा | यह पद मुख्य रूप से राज्य सिविल सेवा द्वारा भरा जाता है, जिसमे सहायक पदों पर पहले भर्ती की जाती है और फिर अनुभव और नियमवाली के नियमानुसार उसका प्रभार मुख्य रूप से आरटीओ कर दिया जाता है |
आरटीओ अधिकारी बनने हेतु योग्यता
आरटीओ ऑफिसर बनने वाले अभ्यर्थियों को किसी भी स्ट्रीम से मान्यता प्राप्त विद्यालय तथा संस्थान से ग्रेजुएट (Graduation) पास होना जरूरी हैं | इस पद के लिए आवेदन करने में महिलाएं व पुरुष दोनो ही शामिल हो सकते है | यह एक सामान्य योग्यता है जोकि राज्य सिविल चयन आयोग पर निर्भर करती है, तो हमेशा ध्यान से ऑफिसियल विज्ञापन में क्या योग्यता मांगी गयी है |
एआरटीओं या आईएमवी पद के लिए चयन प्रक्रिया
एआरटीओं या आईएमवी पद के लिए अभ्यर्थियों को कई चरणों में परीक्षाएं देनी होती है जोकि राज्य सिविल सेवा के आधीन होता है| इसके लिए आपको पहले सिविल सर्विस का ज्ञान होना चाहिए, व फॉर्म भरते हुए आपको पदों की वरीयता क्रम का भी ध्यान रखना होता है| परीक्षा का आयोजन निम्न चरणों द्वारा होता है और अंतिम अभियार्थियो की सूची मेरिट लिस्ट के आधार पर जारी की जाती है |
- लिखित परीक्षा
- फिजिकल टेस्ट
- साक्षात्कार
लिखित परीक्षा
पहले चरण के अंर्तगत अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा देनी होती है, जिसमें अभ्यर्थियों से सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ प्रकार के पूछे जाते है, इन प्रश्नो को हल करने के लिए अभ्यर्थियों को 2 घंटे का समय दिया जाता है, जिसमे 20 प्रश्नों को हल करना होता है |
फिजिकल टेस्ट
लिखित परीक्षा में सफलता प्राप्त कर लेने वाले अभ्यर्थियों को फिजिकल टेस्ट में शामिल किया जाता है, इसमें क्रैक कर लेने वाले अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है |
साक्षात्कार (interview)
लिखित परीक्षा और फिजिकल टेस्ट इन दोनों में सफलता प्राप्त कर लेने वाले अभ्यर्थी को अंतिम चरण में साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है | अभ्यर्थी को यह साक्षात्कार विभाग द्वारा गठित समिति के समक्ष देना होता है, जिसमे व्यक्ति की मानसिक जाँच का अनुमान लगाया जाता है | इसके बाद इसमें सफलता प्राप्त कर लेने वाले अभ्यर्थी को इस पद के लिए नियुक्त कर लिया जाता है |
आयु सीमा (Age limit)
आरटीओ अधिकारी बनने वाले अभ्यर्थी की उम्र लगभग 21 से 30 वर्ष (आरक्षण के नियमानुसार) तक होनी आवश्यक है | इस पद के लिए इतनी ही आयु वाले अभ्यर्थी आवेदन कर सकते है |
आरटीओ के कार्य
आवश्यकता अनुसार, नए वाहन खरीदते समय हमे कुछ वाहन के डॉक्यूमेंट तैयार करवाने होते है | जैसे ड्राइविंग लाइसेंस, व्हीकल रजिस्ट्रेशन, पॉल्यूशन टेस्ट, इंश्योरेंस आदि इस तरह के सभी डॉक्युमेंट की पहले आरटीओं द्वारा जाँच की जाती है और इसके बाद ये जारी कर दिए जाते है |
- व्हीकल रजिस्ट्रेशन
जब हम कोई वाहन खरीदते है, तो उसके लिए हमे वाहन का रजिस्ट्रेशन कराना होता है, जिसके पश्चात वाहन को एक नंबर प्रदान होता है, उस नंबर को सम्बंधित व्यक्ति के नाम रजिस्टर्ड करा दिया जाता है, जिससे विषम परिस्थितियों में वाहन के मालिक के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सके |
- इंश्योरेंस
जब हम नया वाहन खरीदते है, तो उस समय वाहन का बीमा कराया जाता है, जिससे किसी दुर्घटना पर वाहन की क्षतिपूर्ति की जा सके |
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