डिस्टेंस एजुकेशन क्या है
वर्तमान समय में डिस्टेंस एजुकेशन भारतीय शिक्षा संस्थानों के लिए बेहतरीन विकल्प है | इस शिक्षा प्रणाली के अंतर्गत छात्र शिक्षा संस्थान के द्वारा पत्र-व्यवहार तथा ऑनलाइन कक्षाएं लेकर शिक्षा प्राप्त कर सकता है | वह छात्र जो किसी कारणवश नियमित कक्षाएं प्राप्त कर पाने में असमर्थ होते है, उन छात्रों के लिए डिस्टेंस एजुकेशन (Distances Education ) एक बेहतरीन विकल्प है | इस शिक्षा के द्वारा प्राप्त होने वाली डिग्री तथा प्रमाणपत्र और नियमित कक्षाओं के द्वारा प्राप्त होने वाले प्रमाणपत्रो में कोई भिन्नता नहीं होती है, तथा दोनों प्रकार की कक्षाओं के पाठ्यक्रम भी सामान ही होते है |
डिस्टेंस एजुकेशन (Distances Education) को हिंदी में “दूरस्थ शिक्षा” भी कहते है, जिसके अंतर्गत पत्राचार तथा ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली का प्रयोग किया जाता है, तथा इस शिक्षा पद्धति के जनक पीटर्स ने वर्ष 1973 में इस शिक्षा को ज्ञान, कौशल तथा अभिव्यक्ति प्रदान करने की विधि के रूप में परिभाषित किया है | तथा विश्वविधालय अनुदान आयोग के द्वारा वर्ष (1956-1960) में पत्राचार पाठ्यक्रम शुरू करने का सुझाव प्रस्तुत किया, तथा वर्ष 1996 में दूरस्थ शिक्षा निदेशालय की स्थापना की गयी थी | इस पाठ्यक्रम का मुख्य उद्देश्य योग्य तथा इच्छुक अभ्यर्थियों को शिक्षा सम्बन्धी सुविधाए प्राप्त करना है | जो नियमित रूप से शिक्षा संस्थान जाने में सक्षम नही है |
शिक्षा प्रणाली के अंतर्गत शिक्षक तथा छात्र को एक विशेष स्थान तथा समय पर उपस्थित होने की आवश्यकता नहीं होती है तथा शिक्षक के द्वारा शिक्षा को छात्र तक पहुंचना होता है | इसके साथ ही छात्र न्यूनतम वित्तीय संसाधनों के साथ विभिन्न प्रकार के शिक्षण सम्बन्धी उपकरणों प्राप्त कर सकता है | दूरस्थ शिक्षा के लिए पंजीकृत विश्वविधालयों के द्वारा स्नातक तथा परास्नातक की शिक्षा के लिए पाठ्यक्रम उपलब्ध कराया जाता है, तथा सभी विश्वविधालयों में पात्रता का अलग– अलग मापदंड होता है, उसी के आधार पर छात्रों का चयन किया जाता है |
डिस्टेंस एजुकेशन के प्रकार (Type of Distances Education)
- स्नातक पाठ्यक्रमों के तहत दूरस्थ शिक्षा
विश्वविद्यालयों के द्वारा लिखित परीक्षा का आयोजन कर उत्तीर्ण छात्रों का चयन किया जाता है | प्रवेश के लिए छात्रों को निश्चित धनराशि का भुगतान करना पड़ता है, तथा सभी दूरस्थ शिक्षा विश्वविद्यालयों में स्नातक कर रहे छात्रों को पाठ्यक्रम उपलब्ध कराया जाता है |
- डिस्टेंस एजुकेशन परास्नातक पाठ्यक्रम
अधिकतर विश्वविधालयों में प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है प्रवेश प्राप्त करने के लिए छात्रों को प्रवेश परीक्षा में अपनी योग्यता का प्रदर्शन करना होता है | छात्र किसी भी पाठ्यक्रम के लिए विकल्प चुन सकते हैं, जिनकी पात्रता मानदंड के आधार पर होती हैं |
- डिस्टेंस एजुकेशन डिप्लोमा पाठ्यक्रम
भारत देश में दूरस्थ शिक्षा के स्तर पर आपको डिप्लोमा कोर्स में शामिल हो सकते है। डिप्लोमा कोर्स के लिए कोई पात्रता नहीं होती है, लेकिन कई शिक्षा संस्थानों में पात्रता की मांग की जाती है ।
डिस्टेंस एजुकेशन के अंतर्गत भारत में उपलब्ध कोर्स (Courses available in India under of Distance Education)
- बैचलर ऑफ़ कंप्यूटर एप्लीकेशन (Bachelor of Computer Application)
- बैचलर ऑफ़ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (Bachelor of Business Administration)
- बैचलर ऑफ़ एजुकेशन (Bachelor of Education)
- बैचलर ऑफ़ लॉ (Bachelor of Law)
- मास्टर ऑफ़ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (Master of Business Administration)
- ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट (Human Resource management)
- हॉस्पिटल्टी मैनेजमेंट स्टडीस (Hospitality Management Studies)
- मास्टर ऑफ़ कॉमर्स (Master of Commmerce)
- बैचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन (Bachelor of Journalism and Mass Communication)
- मास्टर ऑफ़ साईंस इन एप्लाइड साइकोलॉजी (Master od Science In Applied Psychology)
डिस्टेंस एजुकेशन की विशेषताए (Features of Distance Education)
- छात्र को अध्ययन के लिए नियमित रूप से शिक्षा संस्थान में जाने की आवश्यकता नहीं होती है |
- इंटरनेट की सहायता ने दूरस्थ शिक्षा को सरलता प्रदान की है |
- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग तथा ऑनलाइन सीख कर किसी भी स्थान का छात्र शिक्षा प्राप्त कर सकता है |
- छात्रों के द्वारा अध्ययन का समय खुद निर्धारित किया जाता है |
- इस शिक्षा के अंतर्गत किसी भी आयु में शिक्षा प्राप्त कर सकता है |
- दूरस्थ शिक्षा द्वारा शिक्षा प्राप्त करने की फीस काफी कम होती है |
- दूरस्थ शिक्षा के अंतर्गत किये गए कोर्स की मान्यता नियमित पाठ्यक्रम के बराबर होती है |
- छात्रो की संख्या की कोई सीमा नही होती है |
- साधारण कोर्स के साथ ही वोकेशनल कोर्स तथा प्रोफेशनल कोर्स भी इसके माध्यम से किये जा सकते हैं ।
- वर्तमान समय में दूरस्थ शिक्षा के द्वारा छात्र स्नातक , परास्नातक, एमफिल, पीएचडी, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट आदि कोर्स कर सकते हैं |
डिस्टेंस एजुकेशन के प्रमुख शिक्षा केन्द्र (Main Center of Distance Education)
- इग्नू, मैदान गढ़ी, दिल्ली (IGNU Maidan Gadhi, Delhi)
- कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी, कुरुक्षेत्र (Kurukshetra Univercity Kurukshetra )
- अन्नामलाई यूनिवर्सिटी, तमिलनाडु (Annamalaee Univercity Tamilnadu)
- दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली (Delhi Vishvidhaly, Delhi)
- जामिया मिल्लिया इस्लामिया, दिल्ली (Jamiya Milliya Eslamiya Delhi)
- पांडिचेरी यूनिवर्सिटी, पुड्डुचेरी (Pandicheri University Punducheri)
- हिमाचल यूनिवर्सिटी, शिमला (Himanchal University, Shimla)
- गुरु जंभेश्वर, हिसार (Guru Jnbheshvr, Hisar)
- एमडीयू, रोहतक (MDU, Rohtak)
- सिक्किम मणिपाल यूनिवर्सिटी (Sikkim Manipal University)
- पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी (Punjab Technical University)
- महात्मा गांधी हिन्दी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय, वर्धा, मध्य प्रदेश (Mahatma Gandhi Hindi Antarrashtriy, Vardha, MP )
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