MRI

 MRI एक ऐसी Medical Imaging तकनीक होती है, जो Radiology में शरीर विज्ञान की Pictures और शरीर की शारीरिक प्रक्रियाओ, दोनों के स्वस्थ और रोग के लिए इस्तेमाल की जाती है। MRI Scanners बॉडी के पार्ट की Imaging   मजबूत चुम्बकीय एरिया, विदयुत एरिया के Gradients और रेडियो तरंगों का इस्तेमाल करके बनाते है। इसमें X-RAY and Ionizing Radiation का बिलकुल भी इस्तेमाल नहीं किया जाता है |

MRI का फुल फॉर्म “Magnetic Resonance Imaging” होता है और इसे हिंदी भाषा में  “चुम्बकीय अनुनाद प्रतिबिंबन” कहा जाता है जिससे मनुष्य के शरीर की पूरी जांच करके उसके अंदर की बीमारी के बारे मालूम किया जाता है |

MRI के उपयोग  

  1. MRI स्कैन का उपयोग शरीर के लगभग हर हिस्से की जांच करने के लिए किया जाता है |  जैसे –
  2. दिमाग और रीढ़ की हड्डी की जांच,
  3. हड्डियों और जोड़ों की जांच, स्तनों की जांच,
  4. ह्रदय और रक्तवाहिकाओं की जांच,
  5. अन्य अंदरुनी अंग जैसे लिवर,
  6. गर्भाशय और पौरुष ग्रंथि आदि की जांच।

एमआरआई के विषय में विशेष जानकारी 

MRI Test को इससे पहले मूल रूप से NMRI (Nuclear Magnetic Resonance Imaging)  कहते थे और यह NMR का एक रूप है। इसका विकास 1970-80 के दशक में  हुआ था, इसके बाद इसमें इतना अधिक विकास हो गया कि, एम आर आई Test एक उच्च बहुमुखी Imaging Technique साबित  हो गया,  इसके साथ ही इसका  इस्तेमाल सबसे अधिक  MRI को निदान चिकित्सा और बायो मेडिकल अनुसंधान में   किया जाता है। इसके अलावा इसका इस्तेमाल गैर जीवित वस्तुओं की छवियों को बनाने के लिए  भी आसानी से कर सकते है । वहीं वर्तमान समय में अधिकतर डॉक्टर बीमारी का पता लगाने के लिए  MRI Test कराने के लिए बोल देते हैं यह एक ऐसी मशीन हैं जो अभी भी सभी अस्पतालों में उपलब्ध नहीं हैं |

वैसे तो MRI  एक प्रकार का टेस्ट कहा जाता है जो व्यक्ति डॉक्टर की सलाह के बाद  5 से 7 हजार तक की कीमत में करा सकते है | इसके अलावा कुछ अस्पतालों में यह टेस्ट कराने और अधिक पैसे जमा कराये जाते हैं लेकिन सरकारी में इसके टेस्ट  कराने के लिए लगभग 1500 से 2000  रूपये तक ही देने होते है |

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