प्रधानमंत्री महिला शक्ति केंद्र योजना - PMMSY

 आजकल  देश में  हो रहे अत्याचार को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने देश भर मे प्रधानमंत्री महिला शक्ति केंद्र योजना (PMMSY) की शुरुआत कर दी है। इस योजना को 22 नवंबर, 2017 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में ‘आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति’ (CCEA) ने मंजूरी प्रदान कर दी थी | इस योजना के तहत ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाया जाएगा और उनको उनकी शक्ति का एहसास करवाया जाएगा ताकि वो हर किसी का सामना करते हुए अपनी जीत हासिल कर सके |

PMMSY योजना के लाभ 

  • प्रधानमंत्री महिला योजना के तहत महिलाओं के स्वास्थ एवं कुपोषण मे सुधार किया जाएगा |
  • ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को अपने  अधिकारों  की जानकारी प्रदान की जाएगी |
  • सरकार द्वारा महिलाओं को अन्य सभी योजनाओं से अवगत कराया जाएगा |

PMMSY योजना के उद्देश्य?

इस योजना का मुख्य उदेश्य हमारे देश की महिलाओं को सुरक्षित रखना और उनका हर क्षेत्र मे विकास करना।  इस योजना के तहत महिलाओं की देखभाल, सरंक्षण का काम किया जाएगा | इसके अलावा  महिलाओं को सुविधा प्रदान करने के लिए कई अन्य सुधार भी किए जाएगें जैसे लिंग अनुपात मे सुधार, बालिका शिशु के स्वस्थ का सुधार, लड़की की सही शिक्षा की सुविधा प्रदान करना आदि  इस योजना के मुख्य उद्देश्य है |

PMMSY योजना के कार्य

  1. इस योजना के तहत हिंसा से पीड़ित महिलाओं को सुविधा प्रदान करने के लिए 150 से अधिक जिलों में ‘वन स्टॉप सेंटर्स’ की व्यवस्था की जाएगी जिन्हे बाद में हेल्प लाइन के साथ जोड़ दिया जाएगा |
  2. महिला की सुरक्षा के लिए महिला पुलिस वॉलंटियर्स की व्यवस्था की जाएगी |
  3. इसके साथ ही काम करने की इच्छा रखने वाली महिलाओं के लिए हॉस्टिल्ज़ का इंतजाम किया जाएगा |
  4. सभी योजनाओं की समीक्षा करने के लिए राष्ट्रीय, राज्य और जिलास्तर पर कार्यबल को रखा जाएगा |
  5. ऐसी योजना के लिए हर साल 2017-18 से 2019 -20 तक वित्तीय वर्ष करीब 3600 करोड़ रूपये की रकम तय की गई है |

PMMSY योजना के भाग

प्रधानमंत्री महिला शक्ति केंद्र योजना को 4 भागों में विभाजित किया गया है।  ऐसा इसलिए किया गया है ताकि इस योजना  का लाभ हर महिला आसानी से उठा सके और आगे चलकर देश का नाम रोशन कर सके | इस योजना के चार भाग इस प्रकार से है-

  1. राष्ट्रीय स्तर
  2. राजकीय स्तर
  3. जिला स्तर
  4. तालुका स्तर

राष्ट्रीय/ नेशनल स्तर

इस स्तर पर योजना  के अंतर्गत योजना को बुनयादी एवं प्रोग्रामेटिक आधार पर मजबूत  करना है । इसमें लिंग अनुपात  के बारे अच्छे से मालूम  करना होता है और लिंग अनुपात को कैसे सही कर सकते हैं इन  सभी के बारे में अच्छे जान लेने के बाद इसकी पूरी जानकारी देना होता है |

राज्य स्तर 

राज्य स्तर के मुताबिक़,  इस योजना की जिम्मेदारी महिला एवं बाल विकास मंत्रालय को सौंपी जाती है । यह ऐसा केंद्र है जिसका मुख्य काम  महिलाओं को इस योजना के बारे मे  पूरी जानकारी प्रदान करना |  इसके  साथ ही यह केंद्र  महिलाओं को सरकार की तरफ से प्रदान की जाने  वाली हर योजनाओं के बारे में  पूरी जानकारी प्राप्त कराने का काम करता है |

जिला स्तर 

जिला स्तर के अंतर्गत इस योजना में महिलाओं को उनको अपनी शक्ति का एहसास करवाने का काम किया जाता है । इसके साथ-साथ उन्हें  बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, महिला केन्द्रों, महिला हेल्पलाइन आदि योजनाओं की भी जानकारी प्रदान करनी होती है |

तालुका स्तर (ब्लॉक स्तर) 

ब्लॉक स्तर के तहत एक कमेटी तैयार की जाती है, जिसमे 25 छात्रों की 8 बैच बनाई जाती है,  जिसमें शामिल किये गए छात्रों  का चुनाव विभिन्न स्कूलों से किया जाता है जिसमें NCC के छात्र भी शामिल किये जाते है | इसके बाद इन सभी छात्रों को कमेटी द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त होता है | इसके अलावा इन छात्रों की देख-रेख के लिए एक शिक्षक भी रखा जाता है, जो इन सभी गतिविधियों पर अपना नियंत्रण रखेगा और छात्रों को  शिक्षा देने का काम करेगा |


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