गेट (GATE) एग्जाम क्या होता है
देश में पढ़ने वाले सभी अभ्यर्थी अपने जीवन में एक बड़ी सफलता प्राप्त करने के लिए कई परीक्षाओं के लिए आवेदन करते हैं, लेकिन जिनमे से कुछ अभ्यर्थी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर लेते हैं और कुछ अभ्यर्थी परीक्षा में असफल हो जाते है | इसी तरह एक गेट का एग्जाम होता है, जिसे अभ्यर्थियों को पास करना थोड़ा कठिन होता है, क्योंकि यह एग्जाम एक हाई लेवल एग्जाम माना जाता है, जिसमें सफलता प्राप्त करना अभ्यर्थियों के लिए कोई सरल काम नहीं होता है | इस परीक्षा को केवल वही अभ्यर्थी पास करने में सफलता प्राप्त कर पाते हैं, जिन्हेंने अपनी ग्रेजुएशन की पढाई अच्छे से पूरी की होती है | इसके अलावा इस परीक्षा के जरिये अभ्यर्थियों को एम.टेक एवं पीएच. डी. पाठ्यक्रमो मे प्रवेश मिल जाता है, इस एग्जाम का आयोजन प्रत्येक वर्ष भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) बैंगलोर द्वारा राष्ट्रीय समन्वय बोर्ड गेट (GATE) उच्च शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) भारत सरकार और सात भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के माध्यम से किया जाता है |
जिन अभ्यर्थियों ने अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई अच्छे नंबरों के साथ पूरा कर चुके हैं वो अभ्यर्थी GATE एग्जाम के लिए तैयारी कर सकते है | GATE (ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग) यह परीक्षा एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा होती है, जिसका आयोजन हर साल किया जाता है | इस एग्जाम में सफलता प्राप्त कर लेने वाले अभ्यर्थियों को GATE स्कोर MHRD और अन्य सरकारी एजेंसियों द्वारा प्रदान की गई वित्तीय सहायता के साथ उच्च शिक्षा (Higher Education) के भारतीय संस्थानों में स्नातकोत्तर कार्यक्रमों (Post Graduation Program) (जैसे M.E., M.Tech, direct Ph.D.) में प्रवेश पाने में सहयोग प्रदान करती है |
गेट (GATE) का फुल फॉर्म क्या होता है
गेट (GATE) का फुल फॉर्म “Graduate Aptitude Test In Engineering “होता है | इसका हिंदी में उच्चारण “ग्रेजुएट एप्टीटुड टेस्ट इन इंजीनियरिंग “ होता है | यह इंजीनियरिंग बेस (Base) एग्जाम होता है
गेट एग्जाम योग्यता (GATE Exam Eiligibility)
- इस एग्जाम में शामिल होने वाले अभ्यर्थी के पास कम से कम 50% अंकों के साथ स्नातक (Bachelor Degree) की होनी आवश्यक होती है |
- इस परीक्षा में भाग लेने वाले अभ्यर्थी के पास बीई, बीटेक, बीफार्मा इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी में स्नातक की डिग्री होना चाहिए |
- बैचलर- आर्किटेक्चर में स्नातक की डिग्री होनी आवश्यक है |
- बीएससी (रिसर्च) बीएस- साइंस में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए |
- एमएससी, एमए, एमसीए या समकक्ष- विज्ञान, गणित, साख्यिकी, कंप्यूटर अनुप्रयोग की किसी भी शाखा से मास्टर की डिग्री होनी जरूरी है|
- इंटर एमई, एमटेक (पोस्ट बीएससी)- इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी में पोस्ट बीएससी एकीकृत मास्टर डिग्री प्रोग्राम |
- प्रोफेसनल सोसायटी परीक्षा (बीई, बीटेक, बिएआर के समकक्ष) पेशेवर सोसायटी के बीई, बीटेक, बैच समकक्ष परीक्षाएं एमएचआरडी, यूपीएससी, एआईसीटीई द्वारा मान्यता प्राप्त जैसे- एएमआईई, इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया (एएमआईसीई) सिविल इंजिनियर्स संस्थान |
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