पुरुरवा वैदिक काल के एक महान राजा और कालिदास कृत विक्रमोर्वशीयम् के प्रमुख पात्र थे। वे बुध और इला के पुत्र तथा प्रथम चंद्रवंशी राजा थे। उनका शौर्य इतना अधिक था कि अप्सरा उर्वशी उनसे प्रेम करने लगीं और उनसे विवाह करने के लिए इंद्रपुरी को त्याग कर पृथ्वी पर आ गई थीं।