Mythological - पौराणिक






 
 

भगवान विष्णु के अवतार 
[मत्स्य अवतार]

[वराहावतार
[नरसिंह अवतार]
  • रंभ (महिषासुर)
  • दैत्यराज - सुदीक्षणा (दुर्जय (भैरोनाथ))
  • हिरण्यकशिपु - कयाधु (प्रह्लादअनुहलादसहलादहलाद)
  • प्रह्लाद (विरोचन)
  • विरोचन (बलि)
  • निसुंद - (सुंद, उपसुंद)
[कुर्मा अवतार] (समुद्र मंथन)
[परशुराम अवतार]

[राम अवतार] 
रामायण

  • ब्रह्माजी (मरीचि)
  • मरीचि (कश्यप)
  • कश्यप (विवस्वान)
  • विवस्वान (वैवस्वतमनु)
  • वैवस्वतमनु (1.इल, 2.इक्ष्वाकु, 3.कुशनाम, 4.अरिष्ट, 5.धृष्ट, 6.नरिष्यन्त, 7.करुष, 8.महाबली, 9.शर्याति और 10.पृषध)
इक्ष्वाकु वंश
  • इक्ष्वाकु (1.कुक्षि, 2.निमि और 3.दण्डक)
  • कुक्षि (विकुक्षि)
  • विकुक्षि (बाण)
  • बाण (अनरण्य)
  • अनरण्य (पृथु)
  • पृथु (त्रिशंकु)
  • त्रिशंकु (धुंधुमार)
  • धुंधमार (युवनाश्व) 
  • युवनाश्व (मान्धाता)
  • मान्धाता (सुसन्धि  
  • सुसन्धि (ध्रुवसन्धि एवं प्रसेनजित) 
  • ध्रुवसन्धि (भरत)
  • भरत (असित)
  • असित - कालिंदी (सगर)
  • राजा सगर - सुमति और केशिनी (असमञ्ज))
  • असमञ्ज (अंशुमान)
  • अंशुमान (दिलीप)
  • दिलीप (भागीरथ)
गंगावतरण की कथा
  • भागीरथ (ककुत्स्थ)
  • ककुत्स्थ (रघु)
रघु वंश
  • रघु (प्रवृद्ध)
  • प्रवृद्ध (शंखण)
  • शंखण (सुदर्शन)
  • सुदर्शन (अग्निवर्ण)
  • अग्निवर्ण (शीघ्रग)
  • शीघ्रग (मरु)
  • मरु (प्रशुश्रुक)
  • प्रशुश्रुक (अम्बरीश)
  • अम्बरीश (नहुष)
  • नहुष (ययाति)
  • ययाति (नाभाग)
  • नाभाग (अज)
  • अज (दशरथ)
रघुकुल का मुकुट
  • कर्दम ऋषि (हविर्भू)
  • पुलस्त्य - हविर्भू (महर्षि अगस्त्य और विश्रवा)
  • सुमाली - ताड़का (कैकसी)
  • तृणबिन्दु - अलमबुशा (इडविडा)
  • विश्रवा - कैकसी (रावण, कुम्भकर्ण, विभीषण, सूर्पनखा), इडविडा (कुबेर)
  • रावण - मन्दोदरी (मेघनाद, अक्षयकुमार), दम्यमालिनी (अतिकाय, त्रिशरा , नरान्तक ,देवान्तक)
  • मेघनाद - सुलोचना 
  • काकभुशुण्डि

[श्रीकृष्ण अवतार] 


(सत्यभामा, गरुड़ और सुदर्शन चक्र का घमंड)

चंद्र बृहस्पति की पत्नी तारा पर आसक्त हुए जिनसे उन्हें एक पुत्र हुआ बुध
पूरूवंश
  • पुरु - कौशल्या (जन्मेजय) 
  • जन्मेजय - अनंता (प्रचिंवान)
  • प्रचिंवान - अश्म्की (संयाति)
  • संयाति - वारंगी (अहंयाति)
  • अहंयाति - भानुमती (सार्वभौम) 
  • सार्वभौम - सुनंदा (जयत्सेन) 
  • जयत्सेन - सुश्रवा (अवाचीन) 
  • अवाचीन - मर्यादा (अरिह)
  • अरिह - खल्वंगी (महाभौम)
  • महाभौम - शुयशा (अनुतनायी) 
  • अनुतनायी - कामा (अक्रोधन)
  • अक्रोधन - कराम्भा (देवातिथि)  
  • देवातिथि - मर्यादा (अरिह)
  • अरिह - सुदेवा (ऋक्ष) 
  • ऋक्ष - ज्वाला (मतिनार)
  • मतिनार - सरस्वती (तंसु) 
  • तंसु - कालिंदी (इलिन) 
  • इलिन - राथान्तरी (दुष्यंत)
  • दुष्यंत - शकुंतला (भरत)
  • भरत - सुनंदा (भमन्यु) 
  • भमन्यु - विजय (सुहोत्र) 
  • सुहोत्र - सुवर्णा (हस्ती) 
  • हस्ती - यशोधरा (विकुंठन) 
  • विकुंठन - सुदेवा (अजमीढ़) 
  • अजमीढ़ - सुयति (संवरण) 
  • संवरण - तप्ती (कुरु
कुरुवंश
  • कुरु - शुभांगी (विदुरथ) 
  • विदुरथ - संप्रिया (अनाश्वा) 
  • अनाश्वा - अमृता (परीक्षित)
  • परीक्षित - सुयशा (भीमसेन) 
  • भीमसेन - कुमारी (प्रतिश्रावा)
  • प्रतिश्रावा (प्रतीप) 
  • प्रतीप - सुनंदा (देवापि, बाह्लीक एवं शांतनु)
  • विश्वामित्र - मेनका (शकुंतला)
  • पाराशर - सत्यवती (वेदव्यास (शुकदेव))
  • शांतनु - गंगा (भीष्म)
  • शांतनु - सत्यवती (चित्रांगद और विचित्रवीर्य)
  • अम्बा, अम्बिका और अम्बालिका
  • विचित्रवीर्य - अम्बिका (धृतराष्ट्र), अम्बालिका (पांडु), अम्बिका की दासी परिश्रवि (विदुर)
  • धृतराष्ट्र - गांधारी (1- दुर्योधन 2- दु:शासन, 3- दुस्सह, 4- दुश्शल, 5- जलसंध, 6- सम, 7- सह, 8- विंद, 9- अनुविंद, 10- दुद्र्धर्ष, 11- सुबाहु, 12- दुष्प्रधर्षण, 13- दुर्मुर्षण, 14- दुर्मुख, 15- दुष्कर्ण, 16- कर्ण, 17- विविंशति, 18- विकर्ण, 19- शल, 20- सत्व, 21- सुलोचन, 22- चित्र, 23- उपचित्र, 24- चित्राक्ष, 25- चारुचित्र, 26- शरासन, 27- दुर्मुद, 28- दुर्विगाह, 29- विवित्सु, 30- विकटानन, 31- ऊर्णनाभ, 32- सुनाभ, 33- नंद, 34- उपनंद, 35- चित्रबाण

    36- चित्रवर्मा, 37- सुवर्मा, 38- दुर्विमोचन, 39- आयोबाहु, 40- महाबाहु 41- चित्रांग, 42- चित्रकुंडल, 43- भीमवेग, 44- भीमबल, 45- बलाकी, 46- बलवद्र्धन, 47- उग्रायुध, 48- सुषेण, 49- कुण्डधार, 50- महोदर, 51- चित्रायुध, 52- निषंगी, 53- पाशी, 54- वृंदारक, 55- दृढ़वर्मा, 56- दृढ़क्षत्र, 57- सोमकीर्ति, 58- अनूदर, 59- दृढ़संध, 60- जरासंध,61- सत्यसंध, 62- सद:सुवाक, 63- उग्रश्रवा, 64- उग्रसेन, 65- सेनानी, 66- दुष्पराजय, 67- अपराजित, 68- कुण्डशायी, 69- विशालाक्ष, 70- दुराधर 71- दृढ़हस्त, 72- सुहस्त, 73- बातवेग, 74- सुवर्चा, 75- आदित्यकेतु, 76- बह्वाशी, 77- नागदत्त, 78- अग्रयायी, 79- कवची, 80- क्रथन, 81- कुण्डी, 82- उग्र, 83- भीमरथ, 84- वीरबाहु, 85- अलोलुप, 86- अभय, 87- रौद्रकर्मा, 88- दृढऱथाश्रय, 89- अनाधृष्य, 90- कुण्डभेदी, 91- विरावी, 92- प्रमथ, 93- प्रमाथी, 94- दीर्घरोमा, 95- दीर्घबाहु, 96- महाबाहु, 97- व्यूढोरस्क, 98- कनकध्वज, 99- कुण्डाशी, 100-विरजा और पुत्री दुश्शला), गांधारी की दासी सुगंधा (युयुत्सु)

  • शकुनि
  • दुर्योधन - भानुमति
  • कूंती (कर्ण)
  • पांडु - कूंती (युधिष्ठिरभीमअर्जुन), माद्री (नकुलसहदेव)
  • कर्ण - रुषाली और सुप्रिया (वृषसेन, वृषकेतु, चित्रसेन, सत्यसेन, सुषेण, शत्रुंजय, द्विपात, बनसेन और प्रसेन)
भीम को कैसे मिला हजारों हाथियों का बल 
क्यों हुआ अर्जुन और श्री कृष्ण में युद्ध?

महाभारत (श्रीमद्भगवद्गीता)
  • अर्जुन - भानुमति
  • घटोत्कच - मौर्वी से (बर्बरीक और अंजनपर्व)
  • अभिमन्यु - उत्तरा (परीक्षित)
  • परीक्षित - मद्रावती (जन्मजेय)
  • जन्मजेय - (शतानीक और शंकुकर्ण)
  • शतानीक (अश्वमेधदत्त)
[कल्कि अवतार]













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